आपात चिकित्सा के क्षेत्र प्रैक्टिस का लाइसेंस देने की भारत में भी व्यवस्था हो : वेंकैया नायडू

आपात चिकित्सा के क्षेत्र प्रैक्टिस का लाइसेंस देने की भारत में भी व्यवस्था हो : वेंकैया नायडू

सेहतराग टीम

उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू गुरूवार को आपात चिकित्सा (इमरजेंसी मेडीसिन) पर आयोजित एशियाई देशों के सम्मेलन को संबोधित किया, उन्होंने संबोधन के दौरान कहा कि भारत में सड़क हादसों और अन्य आपदाओं में मानव जीवन के बढ़ते नुकसान को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य शिक्षा क्षेत्र में आपात चिकित्सा के प्रशिक्षित लोगों को प्रैक्टिस का लाइसेंस देने की भारत में भी व्यवस्था हो, इस पर वह स्वास्थ्य मंत्रालय से बातचीत करेगें। उन्होंने आगे कहा कि भारत जैसे देशों मे जहां आधी से अधिक आबादी गांव में रहती है और हादसों में असमय मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है ऐसे में हर गांव में आपात चिकित्सा क्षेत्र में प्रशिक्षित कम से कम चिकित्सक होना चाहिए।

आपको बता दें कि, इस सम्मेलन का आयोजन करने वाली संस्था एशिया आपात चिकित्सा संघ की भारत इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष डाक्टर बी हरिप्रसाद ने कहा कि भारत में आपात चिकित्सा क्षेत्र को चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण की मान्यता दी जा चुकी है, इसके बावजूद प्रशिक्षित डाक्टरों को प्रैक्टिस का लाईसेंस नहीं दिया जाता है। डॉक्टर प्रसाद में आगे कहा कि भारत के डॉक्टर लाइसेंस प्राप्त करने के बाद ब्रिटेन सहित अन्य देशों मे अपनी सेवाएं देते लेकिन भारत में ये सेवाएं नहीं मिलती है। 

उपराष्ट्रपति नायडू ने आगे कहा कि आज की चिकित्सा पद्धति को प्रकृति के अनुसार बनाने की जरूरत है क्योंकि आधुनिक जीवन शैली के कारण अनेक बीमारियों जन्म ले रही हैं। हमे जीवनशैली में बदलाव के कारण होने वाले रोगों से बचाव के लिए प्रकृति के अनुरूप जीवनशैली बनाने के लिये लोगों को जागरुक करने की जरूरत है।

 

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